Direct To Sell Starlink: एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक ने एक बड़ी क्रांति लाने का ऐलान किया है। मस्क ने हाल ही में डायरेक्ट-टू-सेल टेक्नोलॉजी लॉन्च की है, जिसके जरिए अब यूजर्स बिना सिम कार्ड या नेटवर्क के भी कॉलिंग और टेक्स्ट मैसेज का आनंद उठा सकेंगे। यह टेक्नोलॉजी स्मार्टफोन को सीधे सैटेलाइट से कनेक्ट करती है। इसके लिए आपको किसी खास हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर या टेरेस्टियल डिवाइस की जरूरत नहीं होगी।
कैसे काम करेगी डायरेक्ट-टू-सेल टेक्नोलॉजी?
डायरेक्ट-टू-सेल टेक्नोलॉजी के माध्यम से यूजर्स का मोबाइल फोन सीधे लो-अर्थ ऑर्बिट (Low Earth Orbit) में घूम रहे सैटेलाइट से जुड़ जाएगा। यह टेक्नोलॉजी खासतौर पर रिमोट और नेटवर्क रहित इलाकों के लिए फायदेमंद होगी। फिलहाल यह टेक्नोलॉजी केवल कॉलिंग और टेक्स्ट मैसेज को सपोर्ट करती है, लेकिन जल्द ही इसके जरिए सुपरफास्ट इंटरनेट एक्सेस भी मिलेगा।
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— Starlink (@Starlink) November 15, 2024
इस टेक्नोलॉजी की सबसे खास बात यह है कि इसके लिए न तो किसी रिसीवर डिवाइस की जरूरत है और न ही मोबाइल फोन में कोई खास सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने की। यह सीधे स्मार्टफोन को सैटेलाइट से कनेक्ट कर देगा, जिससे रिमोट लोकेशंस और नेटवर्क रहित क्षेत्रों में भी कनेक्टिविटी मिलेगी।
डायरेक्ट-टू-सेल टेक्नोलॉजी के फायदे
यह टेक्नोलॉजी लॉजिस्टिक्स, एग्रीकल्चर और रिमोट मॉनिटरिंग जैसे क्षेत्रों में गेम-चेंजर साबित होगी। इमरजेंसी सिचुएशन में, जब नेटवर्क नहीं होता है, तब यह टेक्नोलॉजी लोगों को सीधे कनेक्टिविटी देगी। यूजर्स को अब कॉलिंग और मैसेजिंग के लिए सिम और नेटवर्क पर निर्भर नहीं रहना होगा।
टेलीकॉम ऑपरेटर्स के साथ साझेदारी
स्टारलिंक ने इस टेक्नोलॉजी को लागू करने के लिए कई देशों के टेलीकॉम ऑपरेटर्स के साथ साझेदारी की है। आने वाले कुछ महीनों में यह सर्विस लॉन्च हो सकती है। यूजर्स को इस सर्विस के जरिए 250 से 350Mbps की स्पीड से इंटरनेट एक्सेस मिलेगा।
भारत में लॉन्च की तैयारी
स्टारलिंक ने भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च करने की भी तैयारी कर ली है। भारतीय उपभोक्ताओं को जल्द ही इस क्रांतिकारी टेक्नोलॉजी का अनुभव होगा।
क्या है इसका भविष्य?
डायरेक्ट-टू-सेल टेक्नोलॉजी से करोड़ों मोबाइल डिवाइस सीधे सैटेलाइट से जुड़ सकेंगे। यह उन इलाकों में भी नेटवर्क की सुविधा देगा जहां मोबाइल नेटवर्क पहुंच नहीं पाते। आने वाले समय में यह टेक्नोलॉजी न सिर्फ टेलीकॉम इंडस्ट्री को बदल देगी, बल्कि इंटरनेट एक्सेस को भी हर क्षेत्र तक पहुंचाएगी।
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