Gavaskar Trophy 2024 Date: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक बार फिर होने वाली ऐतिहासिक भिड़ंत, Border Gavaskar Trophy 2024, 22 नवंबर से शुरू होने वाली है, का इंतजार कर रहे हैं क्रिकेट प्रशंसक। हालाँकि इस बार का पहला टेस्ट मैच पर्थ में खेला जाएगा, भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत फिर से चर्चा में हैं।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में पंत का नाम बार-बार उछल रहा है, मानो वह अदृश्य भय है जिसे कंगारू खिलाड़ी अभी भी अनुभव कर रहे हैं। क्या कारण है कि ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम पंत का नाम सुनते ही घबरा जाती है?
ऋषभ पंत: वो नाम जिससे कांप उठता है ऑस्ट्रेलिया
अगर हम क्रिकेट की बात करें तो हर देश के पास ऐसा एक खिलाड़ी होता है जो विपक्षी टीम के लिए एक बुरे सपने जैसा होता है। भारत के लिए वो खिलाड़ी ऋषभ पंत हैं, और यह डर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी विस्फोटक पारी से आता है। खासकर 2021 की गाबा टेस्ट में ऋषभ पंत की यादगार पारी ने कंगारू टीम को हिला कर रख दिया था।
उस समय बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में तीन मैचों के बाद दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थीं। आखिरी टेस्ट ब्रिस्बेन के गाबा स्टेडियम में खेला जा रहा था, जो ऑस्ट्रेलिया का अभेद्य किला माना जाता था। 1988 के बाद से ऑस्ट्रेलिया ने गाबा में एक भी टेस्ट मैच नहीं गंवाया था। लेकिन पंत की बदौलत भारत ने न केवल वह मैच जीता, बल्कि गाबा के किले को भी ध्वस्त कर दिया।
वो ऐतिहासिक पारी जिसने ऑस्ट्रेलिया को किया बेचैन
2021 के गाबा टेस्ट में भारत को चौथी पारी में 328 रनों का विशाल लक्ष्य मिला था, जो आसान नहीं था। चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत के बीच 61 रनों की साझेदारी के बाद ऐसा लगने लगा था कि भारतीय टीम शायद इस मैच को ड्रॉ करने में ही सफल होगी। लेकिन जैसे ही पुजारा का विकेट गिरा, पंत ने रक्षात्मक रणनीति को छोड़ते हुए आक्रामक बल्लेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को ताबड़तोड़ तरीके से मैदान के चारों ओर शॉट्स मारते हुए 89 रनों की नाबाद पारी खेली और भारत को एक ऐतिहासिक जीत दिलाई।
उस जीत का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि गाबा में ऑस्ट्रेलिया को हराने वाला भारत पहला देश बना था। पंत की इस पारी ने न केवल भारत को जीत दिलाई, बल्कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी खौफनाक छवि भी बना दी। कंगारू टीम के लिए पंत का नाम एक डरावना सपना बन गया, जिसे वे आज तक भुला नहीं पाए हैं।
पंत के आंकड़े जो ऑस्ट्रेलिया के लिए बने हैं चुनौती
ऋषभ पंत के प्रदर्शन का सबसे खास पहलू उनके आंकड़े हैं। अब तक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में खेले गए 7 मैचों की 12 पारियों में पंत ने 624 रन बनाए हैं, जो किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए शानदार है। उनका औसत 62.40 का है, जो किसी भी विरोधी टीम के खिलाफ एक उत्कृष्ट औसत माना जाता है। मौजूदा भारतीय खिलाड़ियों में पंत का यह औसत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा है।
पंत का यह प्रदर्शन बताता है कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्लेबाजी करना पसंद है, और कंगारू गेंदबाजों के लिए वह किसी चुनौती से कम नहीं हैं। उनकी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी और आक्रामक खेल शैली से ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर मानसिक दबाव बना रहता है।
स्लेजिंग में भी पंत का जवाब नहीं
पंत न केवल अपनी बल्लेबाजी के लिए बल्कि अपनी स्लेजिंग के लिए भी मशहूर हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैचों में कई बार उन्होंने अपने मजाकिया अंदाज से विपक्षी टीम को परेशान किया है। कुछ समय पहले एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ऋषभ पंत की स्लेजिंग पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हुआ था, और इससे यह भी साफ हो गया कि पंत की स्लेजिंग का असर भी ऑस्ट्रेलियाई टीम पर पड़ता है।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 में पंत की अनुपस्थिति पर चर्चा
हालांकि, इस बार की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऋषभ पंत की अनुपस्थिति की संभावना है, लेकिन फिर भी उनका नाम ऑस्ट्रेलियाई मीडिया और प्रशंसकों के बीच चर्चा में बना हुआ है। उनकी पिछली पारी और आक्रामक अंदाज के कारण वह भले ही इस सीरीज में न खेल पाएं, लेकिन उनका डर कंगारू टीम पर अब भी मंडरा रहा है।
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