funny hindi poem महज चेचिस पर ही झुर्रियों ने ली अंगड़ाई है महज चेचिस पर ही झुर्रियों ने ली अंगड़ाई है महज हाड़-मांस में ही कल-पुर्जों की हुई घिसाई है बाखुदा मो…