MP Board Exam 2025: MP Board के नए नियम के अंतर्गत अब कक्षा 10 में बेसिक मैथमेटिक्स चुनने वाले विद्यार्थियों को कक्षा 11 में सप्लीमेंट्री परीक्षा पास करनी होगी। मध्य प्रदेश बोर्ड ने दसवीं कक्षा में बेसिक मैथमेटिक्स का विषय चुनने के लिए एक नया नियम बनाया है।
यह नियम कहता है कि छात्रों को स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स की सप्लीमेंट्री परीक्षा पास करना होगा अगर वे कक्षा 11 में गणित की पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं। एमपी बोर्ड की इस नई नीति का लक्ष्य विद्यार्थियों को गणित में मजबूत नींव देना है।
अब से फरवरी में शुरू होंगी MP Board की परीक्षाएं
MP Board कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं फरवरी 2025 में शुरू होंगी।
- कक्षा 10वीं की परीक्षाएं 27 फरवरी से 19 मार्च 2025 तक चलेंगी।
- कक्षा 12वीं की परीक्षाएं 25 फरवरी से 25 मार्च 2025 तक आयोजित होंगी।
हाल ही में, मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. इसमें कहा गया है कि कक्षा 10वीं में बेसिक मैथमेटिक्स लेने वाले छात्रों को सप्लीमेंट्री परीक्षा देनी होगी और इसे पास करना अनिवार्य होगा।
सप्लीमेंट्री परीक्षा और स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स का चयन अनिवार्य
आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, कक्षा 10वीं में बेसिक मैथमेटिक्स का विकल्प चुनने वाले छात्र यदि कक्षा 11वीं में गणित पढ़ना चाहते हैं, तो उन्हें स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स के लिए सप्लीमेंट्री परीक्षा पास करनी होगी। इस परीक्षा को पास करने के बाद ही वे कक्षा 11वीं में गणित का विषय ले सकेंगे।
बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि छात्रों को शैक्षणिक सत्र 2024-25 में कक्षा 9वीं में और सत्र 2025-26 में कक्षा 10वीं में बेसिक मैथमेटिक्स और स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स का विकल्प चुनने का अवसर मिलेगा।
बेसिक और स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स में क्या अंतर है?
बेसिक मैथमेटिक्स: यह उन छात्रों के लिए है जो गणित के अलावा अन्य स्ट्रीम (जैसे आर्ट्स) में अपना करियर बनाना चाहते हैं। यह आसान स्तर का गणित है, जिसे उन छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है जिनकी गणित में अधिक रुचि नहीं है।
स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स: यह उन छात्रों के लिए है जो इंजीनियरिंग, साइंस, और कॉमर्स जैसे फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं। इसका सिलेबस बेसिक मैथमेटिक्स जैसा ही होता है, लेकिन कठिनाई का स्तर अधिक होता है। स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स उन छात्रों के लिए जरूरी है जो साइंस और टेक्निकल फील्ड में आगे बढ़ना चाहते हैं।
क्या है सप्लीमेंट्री परीक्षा का उद्देश्य?
बोर्ड का मानना है कि बेसिक मैथमेटिक्स चुनने वाले छात्रों के लिए स्टैंडर्ड मैथमेटिक्स की सप्लीमेंट्री परीक्षा यह सुनिश्चित करेगी कि वे कक्षा 11वीं में गणित विषय को समझने के लिए तैयार हैं। इस कदम से यह सुनिश्चित होगा कि केवल वे छात्र जो गणित में रुचि और योग्यता रखते हैं, वे ही इस विषय को आगे पढ़ सकें।
संचालन और परीक्षा शेड्यूल
MPBSE ने इस बार बोर्ड परीक्षाओं का शेड्यूल छह महीने पहले ही जारी कर दिया है ताकि छात्र अपनी तैयारी अच्छी तरह से कर सकें।
- कक्षा 10वीं की परीक्षा 27 फरवरी से शुरू होकर 19 मार्च 2025 तक चलेगी।
- कक्षा 12वीं की परीक्षा 25 फरवरी से शुरू होकर 25 मार्च 2025 तक आयोजित की जाएगी।
बोर्ड द्वारा पहले से जारी किए गए इस परीक्षा शेड्यूल से छात्रों को समय पर तैयारी करने में मदद मिलेगी और वे अपनी पढ़ाई की योजना को व्यवस्थित कर सकेंगे।
MP बोर्ड की नई नीति का उद्देश्य
इस नई नीति का उद्देश्य छात्रों को उनके भविष्य के करियर के लिए तैयार करना और उन्हें गणित विषय में आवश्यक योग्यता प्राप्त करने में मदद करना है। बोर्ड के अनुसार, यह कदम छात्रों के शैक्षणिक विकास को सही दिशा में ले जाने का प्रयास है।
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