Delhi 11 Bowlers World Record: दिल्ली की क्रिकेट टीम ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 के ग्रुप सी मुकाबले में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। कप्तान आयुष बडोनी की अगुवाई में टीम ने 11 गेंदबाजों का इस्तेमाल करके टी20 क्रिकेट इतिहास में अनोखा रिकॉर्ड बना दिया।
यह मैच 29 नवंबर 2024 को मुंबई के वानखेड़े क्रिकेट स्टेडियम में मणिपुर के खिलाफ खेला गया।
दिल्ली ने कैसे बनाया यह विश्व रिकॉर्ड?
इस मुकाबले में कप्तान आयुष बडोनी ने रणनीतिक कदम उठाते हुए टीम के सभी 11 खिलाड़ियों को गेंदबाजी करने का मौका दिया। इससे पहले किसी भी पुरुष टी20 टीम ने 11 गेंदबाजों का उपयोग नहीं किया था। यह उपलब्धि क्रिकेट इतिहास में दिल्ली को एक अलग पहचान दिलाती है।
मणिपुर के खिलाफ दिल्ली की गेंदबाजी का प्रदर्शन
नीचे टेबल में दिल्ली के सभी 11 गेंदबाजों का प्रदर्शन दिया गया है:
गेंदबाज का नाम | ओवर | रन दिए | विकेट |
---|---|---|---|
आयुष सिंह | 2 | 7 | 1 |
अखिल चौधरी | 2 | 10 | 0 |
हर्ष त्यागी | 3 | 11 | 2 |
दिग्वेश राठी | 3 | 8 | 2 |
मयंक रावत | 3 | 31 | 0 |
आयुष बडोनी | 2 | 8 | 1 |
आर्यन राणा | 1 | 11 | 0 |
हिम्मत सिंह | 1 | 10 | 0 |
प्रियांश आर्य | 1 | 2 | 1 |
यश धुल | 1 | 5 | 0 |
अनुज रावत | 1 | 11 | 0 |
इस शानदार प्रदर्शन ने मणिपुर की टीम को दबाव में डाल दिया और दिल्ली को यह ऐतिहासिक जीत मिली।
दिल्ली से पहले किसने ऐसा रिकॉर्ड बनाया था?
दिल्ली से पहले पुरुष टी20 क्रिकेट में 32 बार नौ गेंदबाजों का इस्तेमाल हुआ है। चेक गणराज्य और इटली ने महिला क्रिकेट में 10-10 गेंदबाजी की। नौ गेंदबाजों का इस्तेमाल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी पहली बार देखा गया था:2013-14: 2013-14 में बंगाल और त्रिपुरा: केरल और गोवा, 2021-22: मेघालय बनाम अरुणाचल प्रदेश में, दिल्ली ने अब तक 11 गेंदबाजों का उपयोग किया है, जो एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बन गया है।
दिल्ली का यह कदम क्रिकेट के लिए क्यों है खास?
टी20 क्रिकेट में ऐसा फैसला कई मायनों में अहम है। यह न केवल खिलाड़ियों को नई भूमिका निभाने का मौका देता है, बल्कि टीम में संतुलन और रणनीतिक लचीलापन भी लाता है। इस रिकॉर्ड ने साबित किया कि टी20 क्रिकेट में नए प्रयोग भी जीत दिला सकते हैं।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में दिल्ली का दबदबा
दिल्ली ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से यह दिखाया कि टीमवर्क और सामूहिक प्रयास किसी भी चुनौती को पार कर सकते हैं। कप्तान आयुष बडोनी के इस साहसी फैसले ने टीम को क्रिकेट इतिहास में अमिट पहचान दी है। यह रिकॉर्ड न केवल दिल्ली टीम के लिए गौरव का क्षण है, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।
दिल्ली का अनोखा रिकॉर्ड:
दिल्ली का यह अनोखा रिकॉर्ड क्रिकेट के क्षेत्र में एक मील का पत्थर है। Delhi 11 Bowlers World Record ने दिखाया कि क्रिकेट में नए प्रयोग और साहसी फैसले कैसे टीम को सफलता के शिखर पर ले जा सकते हैं। अब देखना यह होगा कि भविष्य में कौन सी टीम इस रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश करती है।
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