मुकेश अंबानी के प्राइस वॉर से कोका-कोला पर दबाव बढ़ गया है, खासकर कैंपा कोला की बढ़ती लोकप्रियता के चलते। कोका-कोला को अब अपने सॉफ्ट ड्रिंक सेगमेंट में कीमतें कम करने पर मजबूर होना पड़ा है। सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट में प्राइस वॉर को बढ़ावा देने का श्रेय मुकेश अंबानी को जाता है, जिन्होंने अपने कैंपा ब्रांड को कम कीमत पर उपलब्ध करवा कर बड़े खिलाड़ियों को चुनौती दी है।
कोका-कोला और पेप्सी जैसी बड़ी कंपनियों को अब इस प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए अपने प्रोडक्ट्स की कीमतें घटानी पड़ रही हैं। कैंपा कोला की बढ़ती लोकप्रियता ने कोका-कोला को रणनीति बदलने पर मजबूर किया है। कोका-कोला ने अब अपनी 400 मिली की बोतल को 25 रुपये से घटाकर 20 रुपये में बेचने का निर्णय लिया है, ताकि वह ग्राहकों को आकर्षित कर सके। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, जल्द ही तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में ये संशोधित कीमतें लागू होंगी।
कोका-कोला की नई योजना
कोका-कोला अपने मौजूदा स्टॉक को तेजी से खत्म कर नई पैकेजिंग के साथ 400 मिली बोतल को 20 रुपये पर लॉन्च करने की योजना बना रही है, जिसमें ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए 250 मिलीलीटर और 150 मिलीलीटर फ्री ऑफर भी दिया जाएगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के कैंपा कोला ने अपनी कीमतों को कम कर अन्य बड़ी कंपनियों पर दबाव बढ़ा दिया है। उदाहरण के तौर पर, कैंपा कोला की 500 मिलीलीटर की बोतल 20 रुपये में बिक रही है जबकि कोका-कोला की 400 मिली बोतल की कीमत पहले 25 रुपये थी।
कोका-कोला के डिस्ट्रीब्यूटर नई रणनीति से चिंतित
इसी प्रकार, कैंपा की 2 लीटर की बोतल का मूल्य भी कोका-कोला की 2.25 लीटर बोतल के मुकाबले करीब 20 रुपये कम है, जिससे ग्राहक अब कैंपा कोला की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। कोका-कोला के डिस्ट्रीब्यूटर भी इस नई रणनीति से चिंतित हैं, क्योंकि उनके पास 250 मिलीलीटर की बोतलों का काफी स्टॉक है जिसे 20 रुपये में बेचा जा रहा है। इस स्टॉक को खत्म किए बिना वे नई 400 मिली बोतल को मार्केट में नहीं उतार सकते।
मुकेश अंबानी का "जियो वाला दांव"
इससे कंपनी पर वित्तीय दबाव बढ़ गया है, जो उन्हें प्राइस वॉर में लड़ने के लिए मजबूर कर रहा है। मुकेश अंबानी का "जियो वाला दांव" यहां भी कारगर साबित हुआ है। जियो लॉन्च करते समय उन्होंने फ्री सिम और सस्ती इंटरनेट सेवाएं देकर टेलीकॉम मार्केट में तहलका मचा दिया था। इसी रणनीति का इस्तेमाल अब कैंपा कोला में हो रहा है, जहां सस्ती कीमतों के दम पर बड़े ब्रांड्स को कड़ी चुनौती दी जा रही है।
दिलचस्प होगा प्राइस वॉर
अब कोका-कोला भी इस प्राइस वॉर में कूद चुकी है और अंबानी के मॉडल को अपनाने की कोशिश कर रही है। कुल मिलाकर, यह देखना दिलचस्प होगा कि प्राइस वॉर में कौन सफल होता है। मुकेश अंबानी की आक्रामक रणनीति ने सॉफ्ट ड्रिंक बाजार में बड़ी हलचल मचा दी है, और अब कोका-कोला भी इसी रणनीति को अपनाकर प्रतिस्पर्धा में टिकने की कोशिश कर रही है।
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